जागरण ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को पीसीएस 2011 मुख्य परीक्षा परिणाम के लिए अभी और प्रतीक्षा करनी होगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने परीक्षा परिणाम घोषित करने की योजना को कुछ दिनों के लिए टाल दिया है। माना जा रहा है कि आयोग के नए चेयरमैन की ताजपोशी के बाद ही परिणाम आएगा।
सत्र नियमित करने के लोक सेवा आयोग के दावे में दम नहीं दिख रहा है। अब पीसीएस 2011 मुख्य परीक्षा को ही ले लिया जाय। यह दिसंबर 2011 में हुई थी। करीब एक साल बाद गत नवंबर में परीक्षा परिणाम घोषित करने की बात कही गई। लेकिन परिणाम नहीं आया। कुछ दिन बाद फरवरी और फिर मार्च में परीक्षा परिणाम आने के दावे किए गए। प्रतियोगी छात्र परिणाम घोषित करने की लगातार मांग करते आ रहे हैं। इसके लिए वे कई बार आयोग कार्यालय पर प्रर्दशन कर चुके हैं। लेकिन स्थिति ढाक के तीन पात। जाहिर है प्रतियोगी छात्रों के लिए दुश्वारियां बढ़ती जा रही है। पर उनका इंतजार अभी और लंबा होने वाला है। दरअसल आयोग के वर्तमान चेयरमैन मल्कियत सिंह 31 मार्च को सेवानिवृत होने वाले हैं। जाहिर है नए चेयरमैन की नियुक्ति के बाद ही परिणाम घोषित करना संभव होगा।
गौरतलब है कि नए चेयरमैन की नियुक्ति में काफी वक्त लग सकता है। सूत्रों के मुताबिक परिणाम में विलंब के लिए चेयरमैन व आयोग के सदस्यों का एकमत नहीं होना एक प्रमुख कारण रहा है। फरवरी में परिणाम घोषणा करने की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई थी। सोमवार को आयोग की एक बैठक में परिणाम को लेकर चर्चा भी हुई। उधर सोमवार को ही प्रतियोगी छात्रों ने आयोग के सचिव को संबोधित ज्ञापन देकर परिणाम शीघ्र घोषित करने का आग्रह किया।
सत्र नियमित करने के लोक सेवा आयोग के दावे में दम नहीं दिख रहा है। अब पीसीएस 2011 मुख्य परीक्षा को ही ले लिया जाय। यह दिसंबर 2011 में हुई थी। करीब एक साल बाद गत नवंबर में परीक्षा परिणाम घोषित करने की बात कही गई। लेकिन परिणाम नहीं आया। कुछ दिन बाद फरवरी और फिर मार्च में परीक्षा परिणाम आने के दावे किए गए। प्रतियोगी छात्र परिणाम घोषित करने की लगातार मांग करते आ रहे हैं। इसके लिए वे कई बार आयोग कार्यालय पर प्रर्दशन कर चुके हैं। लेकिन स्थिति ढाक के तीन पात। जाहिर है प्रतियोगी छात्रों के लिए दुश्वारियां बढ़ती जा रही है। पर उनका इंतजार अभी और लंबा होने वाला है। दरअसल आयोग के वर्तमान चेयरमैन मल्कियत सिंह 31 मार्च को सेवानिवृत होने वाले हैं। जाहिर है नए चेयरमैन की नियुक्ति के बाद ही परिणाम घोषित करना संभव होगा।
गौरतलब है कि नए चेयरमैन की नियुक्ति में काफी वक्त लग सकता है। सूत्रों के मुताबिक परिणाम में विलंब के लिए चेयरमैन व आयोग के सदस्यों का एकमत नहीं होना एक प्रमुख कारण रहा है। फरवरी में परिणाम घोषणा करने की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई थी। सोमवार को आयोग की एक बैठक में परिणाम को लेकर चर्चा भी हुई। उधर सोमवार को ही प्रतियोगी छात्रों ने आयोग के सचिव को संबोधित ज्ञापन देकर परिणाम शीघ्र घोषित करने का आग्रह किया।
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