BETET-प्रारंभिक व माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन में प्रमाणपत्रों के सत्यापन के लिए अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है
पटना : सूबे में माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन में प्रमाणपत्रों के सत्यापन के लिए अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। राज्य सरकार के इस फैसले से 17 हजार शिक्षक अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है। ऐसे अभ्यर्थियों को अब काउंसिलिंग की खातिर नियोजन इकाइयों में दौड़ लगाना नहीं पड़ेगा। अंतिम मेधा सूची के अनुमोदन के बाद आगामी 27 फरवरी से सीधे नियुक्ति पत्र चयनित शिक्षकों को दिया जाएगा। इससे पहले राज्य सरकार ने मंगलवार को सवा लाख प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन के लिए काउंसिलिंग की अनिवार्यता को खत्म कर दिया था। मा. शिक्षक नियोजन को काउंसिलिंग नहीं लेकर कोई विवाद खड़ा नहीं हो, इसे ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक व माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन प्रक्रिया में समानता कायम रखने का निर्णय लिया है। इस फैसले से अभ्यर्थियों को भी अनावश्यक परेशानी से बचाया गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के उपनिदेशक अजीत कुमार ने बताया कि अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच मेधा सूची के अनुमोदन के समय ही करा ली जाएगी। इसलिए अभ्यर्थियों की परेशानी को देखते हुए काउंसिलिंग प्रक्रिया को ही खत्म करने का शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है। अब 27 फरवरी से 11 मार्च तक घोषित शिड्यूल के तहत चयनित शिक्षकों को नियोजन पत्र बांटे जाएंगे। मगर शिक्षकों की पोस्टिंग नियमावली के तहत ही होगी।
news source-dainik jagran 31/01/2013
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