uptet-किस गलती की सजा भुगत रहे जूनियर टीईटी अभ्यर्थी(class 6th to 8th)
इलाहाबाद। प्राथमिक विद्यालयों में 72 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती की घोषणा के बाद जूनियर शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास दो लाख से अधिक अभ्यर्थी अपने को ठगा मान रहे हैं। सरकार की ओर से अभी तक जूनियर हाईस्कूल स्कूलों पर भर्ती के लिए कोई नीति नहीं तय की गई है। जूनियर स्तर पर शिक्षकों की भर्ती नहीं होने से अकेले इलाहाबाद में ही दो हजार से अधिक पद रिक्त हैं।
सरकार ने प्राथमिक स्कूलों में 72,825 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए विज्ञापन तो निकाल दिया गया है लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से जूनियर स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने वाले बीएड डिग्रीधारियों की कोई सुध नहीं ले रहा है। इनकी नियुक्तियों को लेकर अधिकारी भी कुछ बोलने से कतरा रहे हैं। ऐसे में जूनियर स्तर की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को लेकर साल भर बाद भी सरकार कोई निर्णय नहीं ले सकी है। यूपी बोर्ड की ओर से नवंबर 2011 में आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा में 270806 और 209789 अभ्यर्थी क्रमश: प्राथमिक और जूनियर स्तर की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे। सरकार की ओर से प्राथमिक स्तर के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती तो निकाल दी गई है, लेकिन जूनियर स्तर की परीक्षा पास करने वालों की कोई सुध नहीं ली जा रही है। प्रदेश सरकार की ओर से जूनियर स्तर पर भर्ती को लेकर कोई निर्णय नहीं होने से शिक्षकों की कमी का खामियाजा बच्चे भुगत रहे हैं। शिक्षकों की भर्ती नहीं होने से गणित और विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषयों में बच्चों की नींव मजबूत नहीं हो पा रही है। जिले में ही उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के लगभग दो हजार से अधिक पद खाली हैं। इसमें अधिकांश पद गणित और विज्ञान शिक्षक के हैं।
news source-amar ujala 17/12/2012