UPTET-आसान न होगा पुराने आवेदनों को शामिल करना
इलाहाबाद : शिक्षक भर्ती के संबंध में हाईकोर्ट के निर्देश का पालन करना बेसिक शिक्षा विभाग के लिए आसान नहीं होगा। पुराने रिकार्ड के आधार पर भर्ती और नये आवेदनों के साथ उनका सामंजस्य बैठा पाना अधिकारियों के लिए टेढ़ी खीर साबित होगी। सूत्रों के अनुसार बेसिक शिक्षा के अधिकारियों ने इस पर मंथन शुरू कर दिया है। सरकार की ओर इस मामले में विशेष अपील भी दायर की जा सकती है। बसपा शासनकाल में भर्ती का आधार टीईटी को बनाया था। यदि टीईटी उत्तीर्ण छात्रों के आवेदन को आधार बनाया जाए तो करीब ढाई लाख अभ्यर्थियों ने भर्ती के लिए फार्म भरे थे। इन सबके रिकार्ड का मिलान करना आसान नहीं होगा। इसके अलावा आयुसीमा में अंतर का मामला भी एक पेंच खड़ा करेगा। गौरतलब है पिछली बार भर्ती के लिए आयुसीमा 18 वर्ष से 37 वर्ष निर्धारित की गई थी।
इलाहाबाद : शिक्षक भर्ती के संबंध में हाईकोर्ट के निर्देश का पालन करना बेसिक शिक्षा विभाग के लिए आसान नहीं होगा। पुराने रिकार्ड के आधार पर भर्ती और नये आवेदनों के साथ उनका सामंजस्य बैठा पाना अधिकारियों के लिए टेढ़ी खीर साबित होगी। सूत्रों के अनुसार बेसिक शिक्षा के अधिकारियों ने इस पर मंथन शुरू कर दिया है। सरकार की ओर इस मामले में विशेष अपील भी दायर की जा सकती है। बसपा शासनकाल में भर्ती का आधार टीईटी को बनाया था। यदि टीईटी उत्तीर्ण छात्रों के आवेदन को आधार बनाया जाए तो करीब ढाई लाख अभ्यर्थियों ने भर्ती के लिए फार्म भरे थे। इन सबके रिकार्ड का मिलान करना आसान नहीं होगा। इसके अलावा आयुसीमा में अंतर का मामला भी एक पेंच खड़ा करेगा। गौरतलब है पिछली बार भर्ती के लिए आयुसीमा 18 वर्ष से 37 वर्ष निर्धारित की गई थी।
news source-dainik jagran 23/12/2012