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Monday, July 30, 2012

नकल की 'तकनीक' ने उड़ाए होश


नकल की 'तकनीक' ने उड़ाए होश

कान के भीतर व चश्मे में लगी थी कंप्यूटर चिप

- पुलिस ने चिमटी के जरिए निकाली

एसटीएफ के हत्थे चढे़ नकलचियों का मामला

 लखनऊ : नकल करने के तरीके दिन प्रतिदिन बदलते जा रहे हैं। नकल पर्ची की बजाए अब हाईटेक तकनीक के सहारे नकलची पुलिस को चकमा देने में जुटे हैं। रविवार को अमीनाबाद इंटर कॉलेज में एसएससी की परीक्षा के दौरान पकड़े गए नकलचियों ने भी कुछ ऐसे ही बंदोबस्त किए थे, जिन्हें देखकर अध्यापक व छात्र ही नहीं बल्कि पुलिस भी हैरान थी।

एसएससी की परीक्षा के दौरान एसटीएफ ने अमीनाबाद इंटर कॉलेज से आठ युवकों को पकड़ा। बताया गया कि नकलचियों की बनियान में एक सर्किट लगा था, जिसका संपर्क उनके कान के भीतर लगाई गई कंप्यूटर चिप से था। इस चिप में माइक्रोफोन फिट था। वहीं बनियान में लगे सर्किट से बेहद बारीक तार से ब्लूटूथ को जोड़ा गया था। यही वजह है कि परीक्षा कक्ष में जाने से पूर्व कॉलेज प्रशासन की ओर से ली गई तलाशी के दौरान किसी को भनक तक नहीं लगी कि इन छात्रों में हाईटेक नकलची भी शामिल हैं। मौलवीगंज चौकी प्रभारी सुभाष सिंह ने बताया कि एक मुन्नाभाई ने अपने चश्मे में माइक्रोफोन व कंप्यूटर चिप लगा रखी थी जबकि जूते के सोल को काटकर उसके भीतर मोबाइल फोन को छुपाया गया था। परीक्षा शुरू होने के बाद यह नकलची फोन के जरिए उत्तर सुनकर अपनी कापियां भरने में जुटे थे। एक अध्यापक ने बताया कि जब एसटीएफ की टीम ने नकलचियों को पकड़ा तो छोटी चिमटी के जरिए उनके कानों से कंप्यूटर चिप निकाली गई। वहीं अध्यापक व अन्य छात्र नकल के इस तरीके को देखकर दंग थे। एक अध्यापक ने कहा कि ऐसी स्थिति में भला नकलचियों पर कैसे नजर रखी जा सकती है। साथ ही यह सवाल भी उठाया कि इस गिरोह के तार परीक्षा संचालित कराने वालों से जरूर जुड़े होंगे। आशंका यह भी जताई गई कि प्रश्न पत्र भी गिरोह के पास पहले से रहा होगा, जिसके उत्तर वे नकलचियों को फोन के जरिए नोट करा रहे थे।
news source-dainik jagran 30/07/12