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Tuesday, July 10, 2012

UP-सितंबर से मिलेगा बेरोजगारी भत्ता, काम ठुकराने वाले नहीं होंगे हकदार



UP-सितंबर से मिलेगा बेरोजगारी भत्ता, काम ठुकराने वाले नहीं होंगे हकदार

उत्तर प्रदेश सरकार ने बेरोजगारी भत्ता पाने वाले नौजवानों के लिए काम की तलाश कर ली है। उन्हें फिलहाल जातीय, आर्थिक व सामाजिक जनगणना के सर्वेक्षण काम में लगाने का फैसला किया गया है। इसके अलावा उनसे पल्स पोलिया की खुराक बांटने के लिए घरों को चिह्नित करने जैसे काम भी लिए जा सकते हैं।

इसके अलावा उन्हें तमाम सरकारी योजनाओं में गड़बड़ियों की शिकायत मिलने पर पात्रों की सूची मिलान करने का काम भी सौंपा जा सकता है। सरकार की मंशा इन कामों के जरिए बेरोजगारों को प्रशिक्षित करने का भी है।

बेरोजगारी भत्ते के बदले काम लेने का जिम्मा डीएम का होगा। डीएम की अध्यक्षता में बनी निगरानी कमेटी ही अपने जिले में बेरोजगारी भत्ते के पात्र लोगों को उनके लिए काम तलाश कर उनसे काम लेगी। कमेटी में सीडीओ, बैंकों के अधिकारी व अन्य अफसर होंगे।

काम लेने का मकसद बेरोजगारों के कौशल में बढ़ोतरी करना है ताकि भविष्य में वह या तो खुद का रोजगार करने लायक हों, या वह सरकारी नौकरी के लिए अपनी योग्यता को बढ़ा सके। मसलन, किसी को अगर टाइपिंग आती है तो उससे टाइपिंग का काम कराया जा सकता है। इससे उसकी योग्यता बढ़ेगी।

श्रम विभाग के मुताबिक बेरोजगारों के लिए काम अस्थायी तौर पर ही लिया जाना है ऐसे में वे काम चिन्हित किए जा रहे हैं जो केवल कुछ माह ही चलते हैं। सरकार बेरोजगारों को हर माह हजार रुपये का बेरोजगारी भत्ता सितंबर से बांटना शुरू करेगी। जो बेरोजगार तय काम नहीं करेंगे उनके बेरोजगारी भत्ता नहीं मिलेगा।

कौन-कौन से काम का है प्लान
--बीपीएल सूची में गड़बड़ियों की शिकायतें की जांच
--मूल सूची व लाभार्थियों की सूची से मिलान का काम
--विधवा, विकलांग व वृद्धा पेंशनरों सूची की जांच

बेरोजगारी भत्ते के बदले काम लेने की मंशा यह है कि बेरोजगार युवाओं में जो भी कौशल है उसके अनुरूप काम देकर उनके कौशल की बढ़ोतरी की जाए। इससे बेरोजगार रोजगार पाने के लिए ज्यादा प्रयत्नशील होंगे। उनके पास कौशल व दक्षता बढ़ाने के मौके इसी तरह के काम से मिलेंगे।--शैलेश कृष्ण, प्रमुख सचिव (श्रम)
news source-amar ujala -10/07/12