इंटर पास शिक्षामित्रों को ट्रेनिंग के लिए मांगी मंजूरी
UP-बेसिक शिक्षा विभाग ने एनसीटीई को भेजा पत्र
जागरण ब्यूरो, लखनऊ : प्रदेश में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण 48 हजार शिक्षामित्रों को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से दो वर्षीय बीटीसी ट्रेनिंग दिलाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एसीटीई) से अनुमति मांगी है। इस संबंध में विभाग ने एनसीटीई के सदस्य सचिव विक्रम सहाय को पत्र भेज दिया है।
पत्र में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण शिक्षामित्रों की दो वर्षीय ट्रेनिंग जुलाई 2013 से शुरू कराने की मंशा जतायी गई है। राज्य में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक नियुक्त होने की शैक्षिक योग्यता स्नातक व बीटीसी है जबकि एनसीटीई द्वारा निर्धारित अर्हता इंटरमीडिएट और बीटीसी है। इसी आधार पर विभाग ने इंटरमीडिएट उत्तीर्ण शिक्षामित्रों को दूरस्थ शिक्षा विधि से बीटीसी कराने के लिए एनसीटीई से आग्रह करने का इरादा जताया है।
विभाग की मंशा है कि दो वर्षीय ट्रेनिंग पूरी करने वाले इंटरमीडिएट उत्तीर्ण शिक्षामित्र जैसे-जैसे स्नातक की योग्यता हासिल करते जाएंगे, वैसे-वैसे उन्हें नियमित शिक्षक के तौर पर नियुक्त किया जाएगा। पत्र में विभाग ने एनसीटीई को बताया है कि स्नातक योग्यताधारी 62 हजार शिक्षामित्रों की ट्रेनिंग जुलाई 2013 के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम की बजाय अब जुलाई/अगस्त 2012 से ही शुरू होगी। गौरतलब है कि एनसीटीई ने 14 जनवरी 2011 को प्रदेश के 1.24 लाख स्नातक शिक्षामित्रों को दो वर्षीय ट्रेनिंग दिये जाने की अनुमति दी थी।
- शासनादेश जारी
जागरण ब्यूरो, लखनऊ : दो वर्षीय ट्रेनिंग पूरी करते ही शिक्षामित्रों को नियमित शिक्षक बनाने के कैबिनेट के फैसले के तहत बेसिक शिक्षा विभाग ने बुधवार को शासनादेश जारी कर दिया है।
शासनादेश के मुताबिक स्नातक योग्यताधारी 62 हजार शिक्षामित्रों के दूसरे बैच की दो वर्षीय ट्रेनिंग जुलाई 2013 की बजाय जुलाई/अगस्त 2012 से शुरू की जाएगी। वहीं इंटरमीडिएट उत्तीर्ण 48 हजार शिक्षामित्रों की ट्रेनिंग जुलाई 2013 से शुरू होगी। ट्रेनिंग पूरी करने वाले इंटरमीडिएट उत्तीर्ण शिक्षामित्र जैसे-जैसे स्नातक योग्यता हासिल करते जाएंगे, वैसे-वैसे उन्हें नियमित शिक्षक के रूप में तैनात किया जाएगा।
news source-dainik jagran 26/07/12