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Monday, July 9, 2012

UPTET-डिग्रियों का डाटाबेस हो तो बनेगी बात

UPTET-डिग्रियों का डाटाबेस हो तो बनेगी बात
बलिया: टीईटी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में रविवार को कंपनी बाग में हुई बैठक में नियुक्ति में होने वाले विलंब पर विचार-विमर्श किया गया। अध्यक्षीय संबोधन में अतुल सिंह ने कहा कि सरकार प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति में देरी कर टीईटी पास बेरोजगारों का मानसिक व आर्थिक शोषण कर रही है। सरकार को एक तरफ तो बेरोजगारी भत्ता के लिए जमा किए गए भारी संख्या में कागजातों की जांच व छंटाई करने के लिए पर्याप्त समय है वहीं टीईटी के अंक त्रुटियों को छांटने में इतना वक्त लग रहा है। कहा कि सरकार बेरोजगारों के साथ जो सांप-सीढ़ी का खेल खेल रही है उसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार फर्जीवाड़ा रोकने के मूड में खुद ही नहीं है। अगर उसकी मंशा ठीक होती तो वह शैक्षिक डिग्रियों का डाटाबेस तैयार कराकर उसका सत्यापन कराती तो सारी चीजें अपने आप स्पष्ट हो जातीं। उसे जांच कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक कर देनी चाहिए। कहा कि इसके लिए उप्र टीईटी संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर समस्त अभ्यर्थी 12 जुलाई को लखनऊ पहुंचकर धरना प्रदर्शन करेगे। बैठक में संजय पाण्डेय, सतीश सिंह, पीयूष, राजेश, दिग्विजय, विकास, दिनेश, कमल नारायण, मंजीत, कमलेश आदि मौजूद रहे। संचालन नागेन्द्र यादव ने किया। news source-dainik jagran 9/7/12