एसएससी परीक्षा में शामिल हुए 65.11 फीसदी अभ्यर्थी
इलाहाबाद :
कर्मचारी चयन आयोग की संयुक्त स्नातक स्तरीय (टीयर-1) परीक्षा- 2012 के तीसरे चरण की परीक्षा रविवार को आयोजित हुई। इसमें इलाहाबाद-पटना क्षेत्र में 65.11 प्रतिशत अभ्यर्थी उपस्थित रहे।
तीन चरणों में आयोजित होने वाली सीजीएल (टीयर 1) परीक्षा -2012 का पहला व दूसरा चरण एक जुलाई को आयोजित किया गया था। तीसरे चरण की परीक्षा आठ जुलाई को हुई। कर्मचारी चयन आयोग मध्य क्षेत्र, इलाहाबाद के क्षेत्रीय निदेशक जेपी गर्ग ने बताया कि परीक्षा के लिए लगभग चार लाख आठ हजार परीक्षार्थियों ने आवेदन किया है। एक जुलाई को दो चरणों में 199200 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। रविवार को 12 शहरों में 304 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई। इसमें एक लाख 32 हजार 118 अभ्यर्थी शामिल हुए।
इलाहाबाद में 66.8 प्रतिशत ने दी परीक्षा
इलाहाबाद के 43 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 12452 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। यहां 18646 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। इसी तरह लखनऊ में 65.7 प्रतिशत उपस्थिति रही। यहां 45 परीक्षा केंद्रों पर 12691 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वाराणसी में 59.86 ने परीक्षा दी। यहां 11232 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया था इनमें से 6723 अभ्यर्थी ही परीक्षा देने पहुंचे।
परीक्षा में दो सौ अंकों के प्रश्न पत्र में चार खंड शामिल रहे। सामान्य बुद्धि एवं तर्क, सामान्य जानकारी, मात्रात्मक अभिक्षमता और अंग्रेजी परिज्ञान के पचास-पचास सवाल थे। अभ्यर्थियों को मात्रात्मक अभिक्षमता के खंड को हल करने में मुश्किल हुई।
गणित ने पैदा की मुश्किल
गणित ने अभ्यर्थियों के सामने मुश्किल पैदा की। अभ्यर्थियों के अनुसार, प्रश्नपत्र में कई सवाल बीएससी मैथ स्तर के रहे। इस बार परंपरा से हटकर बारहवीं स्तर के गणित के सवाल पूछे गए। इसके चलते कला वर्ग के विद्यार्थियों को सवाल हल करने में मुश्किल हुई। कला वर्ग के विद्यार्थियों ने प्रश्नपत्र अपेक्षा से ज्यादा कठिन बताया।
प्रतापगढ़ की श्रुति ने बताया कि ज्यामिति के सवालों को हल करने के लिए बारहवीं की गणित का अभ्यास जरूरी है। जौनपुर के संदीप को भी गणित के सवालों से परेशानी हुई। बलिया के अजीमुल्लाह ने प्रश्नपत्र को कला वर्ग के विद्यार्थियों के लिए बेहद कठिन बताया। source-dainik jagran 09/07/12
इलाहाबाद :
कर्मचारी चयन आयोग की संयुक्त स्नातक स्तरीय (टीयर-1) परीक्षा- 2012 के तीसरे चरण की परीक्षा रविवार को आयोजित हुई। इसमें इलाहाबाद-पटना क्षेत्र में 65.11 प्रतिशत अभ्यर्थी उपस्थित रहे।
तीन चरणों में आयोजित होने वाली सीजीएल (टीयर 1) परीक्षा -2012 का पहला व दूसरा चरण एक जुलाई को आयोजित किया गया था। तीसरे चरण की परीक्षा आठ जुलाई को हुई। कर्मचारी चयन आयोग मध्य क्षेत्र, इलाहाबाद के क्षेत्रीय निदेशक जेपी गर्ग ने बताया कि परीक्षा के लिए लगभग चार लाख आठ हजार परीक्षार्थियों ने आवेदन किया है। एक जुलाई को दो चरणों में 199200 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। रविवार को 12 शहरों में 304 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई। इसमें एक लाख 32 हजार 118 अभ्यर्थी शामिल हुए।
इलाहाबाद में 66.8 प्रतिशत ने दी परीक्षा
इलाहाबाद के 43 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 12452 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। यहां 18646 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। इसी तरह लखनऊ में 65.7 प्रतिशत उपस्थिति रही। यहां 45 परीक्षा केंद्रों पर 12691 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वाराणसी में 59.86 ने परीक्षा दी। यहां 11232 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया था इनमें से 6723 अभ्यर्थी ही परीक्षा देने पहुंचे।
परीक्षा में दो सौ अंकों के प्रश्न पत्र में चार खंड शामिल रहे। सामान्य बुद्धि एवं तर्क, सामान्य जानकारी, मात्रात्मक अभिक्षमता और अंग्रेजी परिज्ञान के पचास-पचास सवाल थे। अभ्यर्थियों को मात्रात्मक अभिक्षमता के खंड को हल करने में मुश्किल हुई।
गणित ने पैदा की मुश्किल
गणित ने अभ्यर्थियों के सामने मुश्किल पैदा की। अभ्यर्थियों के अनुसार, प्रश्नपत्र में कई सवाल बीएससी मैथ स्तर के रहे। इस बार परंपरा से हटकर बारहवीं स्तर के गणित के सवाल पूछे गए। इसके चलते कला वर्ग के विद्यार्थियों को सवाल हल करने में मुश्किल हुई। कला वर्ग के विद्यार्थियों ने प्रश्नपत्र अपेक्षा से ज्यादा कठिन बताया।
प्रतापगढ़ की श्रुति ने बताया कि ज्यामिति के सवालों को हल करने के लिए बारहवीं की गणित का अभ्यास जरूरी है। जौनपुर के संदीप को भी गणित के सवालों से परेशानी हुई। बलिया के अजीमुल्लाह ने प्रश्नपत्र को कला वर्ग के विद्यार्थियों के लिए बेहद कठिन बताया। source-dainik jagran 09/07/12