लोक सेवा आयोग ने 160 छात्रों को दिया नोटिस
इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने लोअर सबार्डिनेट मुख्य परीक्षा 2008 के भूगोल विषय से संबंधित 160 छात्रों को नोटिस जारी कर उनसे कारण बताने को कहा है। इससे छात्रों में हड़कंप मच गया है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि कुछ छात्रों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में एफआइआर दर्ज करने की भी चर्चा है
। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की अवर अधीनस्थ सेवा मुख्य परीक्षा में भूगोल विषय का पर्चा 21 जनवरी को सुबह की पाली में था। इसमें एक अनिवार्य प्रश्न संख्या पांच में दस स्थानों को विश्व के मानचित्र पर दर्शाने को कहा गया था, लेकिन छात्रों को मानचित्र नहीं उपलब्ध कराया गया था। मामले के तूल पकड़ने के चलते उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा केंद्र पर छात्रों ने जमकर हंगामा किया था। वहीं दूसरी ओर भूगोल की परीक्षा रद कराने के लिए कुछ छात्रों ने उच्च न्यायालय की शरण ली। इसकी सुनवाई 28 मार्च को थी। कोर्ट ने आयोग से इस मामले पर आख्या मांगी। इससे परेशान आयोग ने छात्रों को निशाना बनाते हुए लगभग 160 छात्रों को नोटिस जारी कर दिया। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रक्रिया और कार्यसंचालन नियमावली की धारा 32 (2) व (3) के तहत इसमें इन छात्रों पर अराजक गतिविधियों, सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने और परीक्षाओं में व्यवधान डालने का आरोप लगाया गया है। यह नोटिस 28 मार्च को जारी की गई। इसमें सभी छात्रों से नोटिस का जवाब 17, 18 और 19 अप्रैल को तीन बजे देने को कहा गया है। नोटिस में यह भी कहा गया है कि क्यों न आपको भविष्य में आयोग की सभी परीक्षाओं से डिबार कर दिया जाए। यह भी कि जो छात्र जवाब नहीं देंगे, माना जाएगा कि वह अपना पक्ष नहीं रखना चाहते और इस मामले में एकतरफा कार्रवाई की जाएगी। नोटिस पाए छात्र आशंकित और सहमे हुए हैं। इन छात्रों में से कई ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि उनसे एक गलती हो गई। चूंकि हंगामे के चलते वे लिख नहीं पाए थे, लिहाजा उन्होंने कापियों में इसका जिक्र कर दिया था। इससे इतना तो स्पष्ट है कि हंगामा करने वाले एक भी छात्र को आयोग नोटिस नहीं भेज सका है। सीधे साधे छात्र इसकी चपेट में आ गए हैं। dainik jagran 11/4/12
इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने लोअर सबार्डिनेट मुख्य परीक्षा 2008 के भूगोल विषय से संबंधित 160 छात्रों को नोटिस जारी कर उनसे कारण बताने को कहा है। इससे छात्रों में हड़कंप मच गया है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि कुछ छात्रों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में एफआइआर दर्ज करने की भी चर्चा है
। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की अवर अधीनस्थ सेवा मुख्य परीक्षा में भूगोल विषय का पर्चा 21 जनवरी को सुबह की पाली में था। इसमें एक अनिवार्य प्रश्न संख्या पांच में दस स्थानों को विश्व के मानचित्र पर दर्शाने को कहा गया था, लेकिन छात्रों को मानचित्र नहीं उपलब्ध कराया गया था। मामले के तूल पकड़ने के चलते उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा केंद्र पर छात्रों ने जमकर हंगामा किया था। वहीं दूसरी ओर भूगोल की परीक्षा रद कराने के लिए कुछ छात्रों ने उच्च न्यायालय की शरण ली। इसकी सुनवाई 28 मार्च को थी। कोर्ट ने आयोग से इस मामले पर आख्या मांगी। इससे परेशान आयोग ने छात्रों को निशाना बनाते हुए लगभग 160 छात्रों को नोटिस जारी कर दिया। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रक्रिया और कार्यसंचालन नियमावली की धारा 32 (2) व (3) के तहत इसमें इन छात्रों पर अराजक गतिविधियों, सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने और परीक्षाओं में व्यवधान डालने का आरोप लगाया गया है। यह नोटिस 28 मार्च को जारी की गई। इसमें सभी छात्रों से नोटिस का जवाब 17, 18 और 19 अप्रैल को तीन बजे देने को कहा गया है। नोटिस में यह भी कहा गया है कि क्यों न आपको भविष्य में आयोग की सभी परीक्षाओं से डिबार कर दिया जाए। यह भी कि जो छात्र जवाब नहीं देंगे, माना जाएगा कि वह अपना पक्ष नहीं रखना चाहते और इस मामले में एकतरफा कार्रवाई की जाएगी। नोटिस पाए छात्र आशंकित और सहमे हुए हैं। इन छात्रों में से कई ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि उनसे एक गलती हो गई। चूंकि हंगामे के चलते वे लिख नहीं पाए थे, लिहाजा उन्होंने कापियों में इसका जिक्र कर दिया था। इससे इतना तो स्पष्ट है कि हंगामा करने वाले एक भी छात्र को आयोग नोटिस नहीं भेज सका है। सीधे साधे छात्र इसकी चपेट में आ गए हैं। dainik jagran 11/4/12