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Tuesday, April 10, 2012

विशिष्ट बीटीसी की चयन प्रक्रिया के बाद बीटीसी शिक्षकों की नियुक्ति में भी जमकर खेल

 गाजीपुर। अब विशिष्ट बीटीसी की चयन प्रक्रिया के बाद बीटीसी शिक्षकों की नियुक्ति में भी जमकर खेल हुआ है। विभागीय सूत्रों की मानें तो ऐसे लोगों को नौकरी दे दी गई है जिनके शैक्षिक प्रमाणपत्रों में गड़बड़ी की गई। डायट सैदपुर से वर्ष 2001 में सैकड़ों शिक्षकों को नौकरी दी गई थी लेकिन शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन में विभाग ओर से जमकर खेल किया गया। जिले के परिषदीय विद्यालयों में बीएड के साथ ही बीटीसी का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके अभ्यर्थियों को नौकरी दी जाती है। बीएड का भी प्रशिक्षण डायट सैदपुर में कराया जाता है। डायट सैदपुर में बीटीसी अभ्यर्थियों का एक विशेष कोर्स चलाया जाता है। जिसकी हाई मेरिट होती है, उसे शासन के निर्देश पर प्राथमिक विद्यालयों में नौकरी दे दी जाती है। डायट के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2001 में दो सौ से अधिक बीटीसी अभ्यर्थियों को शिक्षक पद पर नौकरी दी गई थी। इसमें अधिकांश ऐसे भी अभ्यर्थी थे जिनके शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच नहीं कराई गई। अगर जांच भी कराई गई तो कम मेरिट वाले प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराकर रिपोर्ट मंगा ली गई। यह रिपोर्ट फर्जी अभ्यर्थी के पक्ष में आई थी। इस संबंध में डायट के उप प्राचार्य प्रभुराम चौहान से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी फर्जी बीटीसी शिक्षकों के विषय में कोई जानकारी नहीं मिली है। अगर किसी किसी शिक्षक के खिलाफ शिकायत मिलती है तो उसके प्रमाण पत्रों की जांच जरूर कराई जाएगी। amar ujala 10/4/12