यूपी के सभी युवा बेरोजगारों को एक साथ बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया जाएगा। भत्ता देने के लिए भी वरिष्ठता तय की जाएगी। इसके लिए पंजीकरण की कटऑफ डेट तय की जाएगी, यानी पहले पंजीकरण कराने वाले पहले बेरोजगारी भत्ता पाएंगे।
प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय ने इस संबंध में संशोधित प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इस संबंध में शीघ्र ही कैबिनेट में निर्णय लिए जाने की उम्मीद है। बताया जाता है कि बेरोजगारों को मई से भत्ता देने पर निर्णय हो सकता है।
35 वर्ष से अधिक उम्र वालों को भत्ता
सपा ने अपने घोषणा पत्र में 35 वर्ष से अधिक उम्र वालों को बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान किया। इसके आधार पर ही कैबिनेट की बैठक में भत्ता देने का निर्णय किया जा चुका है। रोजगार कार्यालयों में पंजीकरण कराने वालों को ही यह भत्ता दिया जाएगा। इसके आधार पर प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय ने शासन को प्रस्ताव भेजा था। इसमें 35 से 45 वर्ष की आयु वालों को भत्ता देने की बात कही गई थी। इसमें आय तथा गरीबी की रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को इसके दायरे में लाने का प्रस्ताव था।
19 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया
बेरोजगारी भत्ते की उम्मीद में पंजीकरण कराने वालों ने सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। यूपी में 35 से 45 वर्ष की आयु के 19 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है। सूत्रों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में पंजीकरण कराने वालों के चलते प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय ने प्रस्ताव को संशोधित करते हुए शासन को भेजा है। इसमें सभी पंजीकरणधारकों को एक साथ भत्ता न देकर दो चरणों में देने का प्रस्ताव है। इसके लिए पंजीकरण की एक कटऑफ डेट तय की जाएगी। इसमें पहले पंजीकरण कराने वालों को पहले भत्ता दिया जाएगा। इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को करना है। इसके बाद कैबिनेट से प्रस्ताव पास कराकर शासनादेश जारी किया जाएगा।
किस मंडल में कितने पंजीकरणधारक
लखनऊ 2.60 लाख, आगरा 1.22 लाख, मुरादाबाद 37800, बरेली 90700, मेरठ 1.22 लाख, अलीगढ़ 41900, कानपुर 1.81 लाख, झांसी 1.02 लाख, इलाहाबाद 1.56 लाख, मिर्जापुर 61653, वाराणसी 2.20 लाख, आजमगढ़ 1.25 लाख, फैजाबाद 1.88 लाख व गोरखपुर 1.97 लाख पंजीकरणधारक हैं।
news-amar ujala 20/4/12