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Thursday, April 12, 2012

सीबीएसई ने देश भर में इस सत्र से एक अलग से नए कोर्स की ही शुरूआत करने जा रहा है। इस कोर्स का नाम है सृजन-एक।



नई दिल्ली। छात्र-छात्राओं को लिखने की कला के अलावा मीडिया और अनुवाद के गुर को सिखाने के लिए सीबीएसई ने देश भर में इस सत्र से एक अलग से नए कोर्स की ही शुरूआत करने जा रहा है। इस कोर्स का नाम है सृजन-एक। यह ग्यारहवीं के बच्चों के लिए बिलकुल नई पाठ्य पुस्तक होगी।



भले ही अब तक बच्चों को प्रोफेशनल कोर्सों को करने की जरुरत पड़ती हो लेकिन सीबीएसई द्वारा शुरू किए जा रहे कोर्स 'सृजन-एक' बच्चों को स्कूल में ही सृजनात्मकता को विकसित करने में बड़ा योगदान देगी। ग्यारहवीं व बारहवीं के बच्चों में सृजन-एक पाठ्य पुस्तक बच्चों के अंदर की कला के बीज को वृक्ष बनाने का काम करेगी।


गौर करने वाली बात यह है कि इस पाठ्य पुस्तक में 'तारे जमीं पर' फिल्म को भी एक विषय के रूप में शामिल किया गया है। एनसीईआरटी द्वारा तैयार की गई यह पहली पुस्तक है जो कि बच्चों को यह बताएगी कि फिल्मों व टीवी से भी मीडिया की बारीकियों को सीखा जा सकता है।

एनसीईआरटी ने सीबीएसई द्वारा कक्षा ग्यारह के लिए शुरू किए गए इस कोर्स में 'सृजनात्मक लेखन और अनुवाद' की पाठ्य पुस्तक के रूप में तैयार किया है। सृजन-एक में 'तारे जमीं पर' और 'इकबाल' फिल्म की समीक्षा को शामिल किया गया है।


साथ ही अखबारों में छपने वाली तमाम तरह की खबरों को किताब में शामिल किया गया है। एनसीईआरटी द्वारा तैयार यह पहली पुस्तक है जो हिंदी व अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में तैयार की गई है। बहुभाषी विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए बहुभाषी सामग्री से भरपूर सृजन-एक मुख्‍य रूप से हिंदी और अंग्रेजी दो भाषाओं की अभिव्यक्तियों से एक साथ रूबरू होने का का अवसर देती है।


दोनों भाषाओं में स्वतंत्र रूप से अध्याय लिखे गए हैं। अनुवाद इसका एक जरुरी हिस्सा है। इसके माध्यम से बच्चे अनुवाद की सृजनात्मक अभिव्यक्ति के प्रति सचेत हो सकेंगे। पुस्तक में फिल्म, पुस्तक प्रदर्शनी, मेलों की समीक्षाएं, आत्मकथाएं, नामचीन हस्तियों के साक्षात्कार व यात्रा वृतांत को शामिल किया गया है।


पुस्तक को चार यूनिटों में बांटा गया है। सीबीएसई इस कोर्स को इसी सत्र से लागू करने जा रही है।   news4education.com