इंजीनियर हैं पर नौकरी नहीं तो बन जाइए ठेकेदार
नई दिल्ली अगर आप इंजीनियर हैं और नौकरी नहीं मिल रही तो आप सरकारी ठेकेदार बन सकते हैं। यह अवसर दिल्ली जल बोर्ड उपलब्ध करा रहा है। जल बोर्ड ने निर्णय लिया है कि इंजीनियरिंग की डिग्री और डिप्लोमा धारकों को बिना किसी जमानत राशि के जल बोर्ड का पंजीकृत ठेकेदार तैनात किया जाए
। इसके पीछे जल बोर्ड का मकसद अनपढ़ ठेकेदारों से मुक्ति पाना है। जल बोर्ड ने एक नोटिस जारी कर कहा है कि जो युवा स्नातक इंजीनियर हैं, वे दिल्ली जल बोर्ड में पंजीकरण करा कर 90 लाख रुपये तक के टेंडर ले सकते हंै, जबकि डिप्लोमा इंजीनियरिंग कर चुके युवा 40 लाख रुपये तक के टेंडर ले सकते हैं। शर्त यह है कि आवेदक कम से कम 50 फीसदी अंकों से पास हुआ हो। जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी रमेश नेगी ने बताया कि अभी तक जल बोर्ड में ठेकेदारों की नियुक्ति के वक्त शिक्षा की ओर ध्यान नहीं दिया जाता। उनकी नियुक्ति के वक्त इस बात पर जोर दिया जाता है कि वह पहले से सरकारी विभागों का ठेकेदार है या नहीं। इस नियम की वजह से नए व शिक्षित युवा जल बोर्ड के ठेके नहीं ले पा रहे थे। जल बोर्ड ने अपने नियमों में संशोधन करते हुए एक विशेष योजना शुरू की है। इसके चलते पढ़ाई पूरी करते ही युवा जल बोर्ड में ठेके लेने के योग्य हो जाएंगे। इससे जल बोर्ड को यह फायदा होगा कि नई सोच के युवा जल बोर्ड की परियोजनाओं में अपनी हिस्सेदारी निभाएंगे। नेगी के मुताबिक अब तक 28 स्नातक इंजीनियर पंजीकरण करा चुके हैं। यह योजना 30 सितंबर तक चलेगी। dainik jagran 14/4/12
नई दिल्ली अगर आप इंजीनियर हैं और नौकरी नहीं मिल रही तो आप सरकारी ठेकेदार बन सकते हैं। यह अवसर दिल्ली जल बोर्ड उपलब्ध करा रहा है। जल बोर्ड ने निर्णय लिया है कि इंजीनियरिंग की डिग्री और डिप्लोमा धारकों को बिना किसी जमानत राशि के जल बोर्ड का पंजीकृत ठेकेदार तैनात किया जाए
। इसके पीछे जल बोर्ड का मकसद अनपढ़ ठेकेदारों से मुक्ति पाना है। जल बोर्ड ने एक नोटिस जारी कर कहा है कि जो युवा स्नातक इंजीनियर हैं, वे दिल्ली जल बोर्ड में पंजीकरण करा कर 90 लाख रुपये तक के टेंडर ले सकते हंै, जबकि डिप्लोमा इंजीनियरिंग कर चुके युवा 40 लाख रुपये तक के टेंडर ले सकते हैं। शर्त यह है कि आवेदक कम से कम 50 फीसदी अंकों से पास हुआ हो। जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी रमेश नेगी ने बताया कि अभी तक जल बोर्ड में ठेकेदारों की नियुक्ति के वक्त शिक्षा की ओर ध्यान नहीं दिया जाता। उनकी नियुक्ति के वक्त इस बात पर जोर दिया जाता है कि वह पहले से सरकारी विभागों का ठेकेदार है या नहीं। इस नियम की वजह से नए व शिक्षित युवा जल बोर्ड के ठेके नहीं ले पा रहे थे। जल बोर्ड ने अपने नियमों में संशोधन करते हुए एक विशेष योजना शुरू की है। इसके चलते पढ़ाई पूरी करते ही युवा जल बोर्ड में ठेके लेने के योग्य हो जाएंगे। इससे जल बोर्ड को यह फायदा होगा कि नई सोच के युवा जल बोर्ड की परियोजनाओं में अपनी हिस्सेदारी निभाएंगे। नेगी के मुताबिक अब तक 28 स्नातक इंजीनियर पंजीकरण करा चुके हैं। यह योजना 30 सितंबर तक चलेगी। dainik jagran 14/4/12