मानदेय की पहल से खुश शिक्षकों ने किया पैदल मार्च
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार द्वारा माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षकों के जीविकोपार्जन के लिए मानदेय की व्यवस्था करने की पहल से खुश शिक्षकों ने रविवार को गांधी शताब्दी इंटर कालेज डेयरी कालोनी से टाउनहाल तक पैदल मार्च किया। यहां महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ। पैदल मार्च के दौरान माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षकों की व्यथा सुना, शत-शत अभिनंदन मुलायम व अखिलेश यादव का, गगनभेदी नारे से वातावरण गुंजायमान होता रहा। इससे पूर्व आयोजित बैठक में संघ के प्रदेश अध्यक्ष लाल बिहारी यादव ने कहा कि सपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र का अनुपालन करते हुए वायदा पूरा करने का काम किया है, इससे यह साबित होता है कि उसकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है। श्री यादव ने कहा कि 14 अक्टूबर 1986 को वित्त विहीन व्यवस्था प्रारम्भ होने के बाद बिना किसी सरकारी अनुदान के उच्च योग्यताधारी शिक्षक रोजी पाकर भी रोटी के लिए मोहताज थे। सरकार में मानदेय की व्यवस्था कर भूखे मर रहे वित्त विहीन शिक्षकों को आक्सीजन देने का काम किया है। संघ का आंदोलन समान कार्य के लिए समान वेतन व समान अधिकार मिलने तक चलता रहेगा। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष छत्रपति शुक्ल ने की तथा संचालन राम उग्रह यादव ने किया। पैदल मार्च में प्रदेश महासचिव आफताब आलम खां, प्रदेश सचिव चंद्र भूषण मिश्र, महानगर अध्यक्ष प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, जिला उपाध्यक्ष मणि देव, जिला मीडिया प्रभारी देशबंधु शुकल आदि पैदल मार्च में शामिल रहे। dainik jagran 9/4/12
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार द्वारा माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षकों के जीविकोपार्जन के लिए मानदेय की व्यवस्था करने की पहल से खुश शिक्षकों ने रविवार को गांधी शताब्दी इंटर कालेज डेयरी कालोनी से टाउनहाल तक पैदल मार्च किया। यहां महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ। पैदल मार्च के दौरान माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षकों की व्यथा सुना, शत-शत अभिनंदन मुलायम व अखिलेश यादव का, गगनभेदी नारे से वातावरण गुंजायमान होता रहा। इससे पूर्व आयोजित बैठक में संघ के प्रदेश अध्यक्ष लाल बिहारी यादव ने कहा कि सपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र का अनुपालन करते हुए वायदा पूरा करने का काम किया है, इससे यह साबित होता है कि उसकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है। श्री यादव ने कहा कि 14 अक्टूबर 1986 को वित्त विहीन व्यवस्था प्रारम्भ होने के बाद बिना किसी सरकारी अनुदान के उच्च योग्यताधारी शिक्षक रोजी पाकर भी रोटी के लिए मोहताज थे। सरकार में मानदेय की व्यवस्था कर भूखे मर रहे वित्त विहीन शिक्षकों को आक्सीजन देने का काम किया है। संघ का आंदोलन समान कार्य के लिए समान वेतन व समान अधिकार मिलने तक चलता रहेगा। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष छत्रपति शुक्ल ने की तथा संचालन राम उग्रह यादव ने किया। पैदल मार्च में प्रदेश महासचिव आफताब आलम खां, प्रदेश सचिव चंद्र भूषण मिश्र, महानगर अध्यक्ष प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, जिला उपाध्यक्ष मणि देव, जिला मीडिया प्रभारी देशबंधु शुकल आदि पैदल मार्च में शामिल रहे। dainik jagran 9/4/12