टीईटी-एसटीईटी के नतीजे होंगे चौंका देने वाले
प्राथमिक-मध्य व माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक बन पाना अब उतना सहज (केक वॉक) नहीं होने वाला है। शिक्षक पात्रता परीक्षा टीईटी-एसटीईटी का परीक्षाफल लगभग तैयार है। मई के प्रथम सप्ताह में उसकी घोषणा कर दी जाएगी। मगर, परीक्षा का संचालन करने वाली संस्था बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इस बार मूल्यांकन का जो कठोर रवैया अपनाया है, उससे इस अग्निपरीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का प्रतिशत चौंका देने वाला हो सकता है। 1.12 लाख शिक्षक पद पर नियोजन के लिए आयोजित प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में करीब 33 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए।
टीईटी की इस अग्निपरीक्षा में जो सफल हुए उनमें से ही एक लाख प्राथमिक शिक्षकों तथा लगभग 12 हजार उच्च एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों का चयन होना है। मेधा सूची के आधार पर नियोजन किया जाएगा जिसके लिए विभाग ने नियमावली भी तैयार कर ली है। बेसिक ग्रेड एवं स्नातक ग्रेड के शिक्षकों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक विषय के प्रशिक्षित एवं अप्रशिक्षित अभ्यर्थियों की मेधा सूची अलग-अलग तैयार की जाएगी। पात्रता परीक्षा में सफल जिन अभ्यर्थियों का एक लाख चयनित शिक्षकों की सूची में नाम नहीं आ सका, उनके लिए सरकार ने नियुक्ति का एक और दरवाजा खोल रखा है। सरकार ने पोशाक व साइकिल योजना की मानीटरिंग के लिए हर प्रखंड में दो-दो प्रखंड साधन सेवियों को संविदा पर बहाल करने की योजना बनाई है। इससे 17 हजार अन्य सफल अभ्यर्थियों का नियोजन हो सकेगा। नियोजन में प्रशिक्षितों को प्राथमिकता दी जाएगी मगर प्रशिक्षित नहीं मिलने पर उस कोटि के टीईटी पास अप्रशिक्षित उम्मीदवारों की नियुक्ति की जाएगी।
टीईटी में सफल होने के बावजूद नियोजन पाने में विफल अन्य अभ्यर्थियो को मायूस होने की जरूरत नहीं है। पात्रता परीक्षा के आधार पर जो उत्तीर्ण होंगे उनका पैनल सात वर्ष तक के लिए वैध रहेगा। अगले चरण में अभी दो लाख और शिक्षकों का नियोजन होना है news-dainik jagran 29/4/12