देहरादून, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद(सीबीएसई) ने आल इंडिया इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम (एआइईईई) की तैयारियां पूरी कर ली हैं। आफलाइन एग्जाम 29 अप्रैल को होगा, जबकि आनलाइन परीक्षा सात से 26 मई के बीच होगी। बोर्ड ने दावा किया है कि परीक्षा के दोनों प्रारूपों के लिए प्रश्नों पत्रों का स्तर एक जैसा रखा गया है। आफलाइन परीक्षा के लिए इस बार राज्य में तीन शहरों में परीक्षा होंगी, इसमें देहरादून को शामिल नहीं किया गया है। जबकि आनलाइन परीक्षा के देहरादून में दो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। राज्य से करीब तीस हजार छात्र इस परीक्षा में शामिल होंगे।
एनआइटी समेत देश के प्रमुख तकनीकी संस्थानों में बीटेक, बीई, बीआर्क में प्रवेश के लिए सीबीएसई एआइईईई का आयोजन करती है। एआइईईई के माध्यम से लगभग 34 हजार सीटों पर प्रवेश होता है। परीक्षा में देशभर से लगभग 10 लाख छात्रों के शामिल होने की संभावना है। इस वर्ष पहली बार परीक्षा आनलाइन व आफलाइन प्रारूप में आयोजित की जाएगी। सीबीएसई ने आनलाइन परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या कम की है। बीते वर्ष की तुलना में इस बार 20 शहरों में केंद्र नहीं बनाए गए हैं। बीते वर्ष 86 शहरों के 1685 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई थी, वहीं इस साल 29 अप्रैल को होने वाली आफलाइन परीक्षा के लिए 66 शहरों में लगभग 1200 केंद्र होंगे।
बीते वर्ष की स्थिति
कुल आवेदन- 1114541
परीक्षा में शामिल- 1053807
कुल शहर- 86
परीक्षा केंद्र 1685
सीटें-बीटेक व बीई- 34311
सीटें-बीआर्क- 1070
रुड़की केंद्रों पर होगा दबाव
आफलाइन परीक्षा के लिए गढ़वाल मंडल के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छात्रों की पसंद रुड़की केंद्र ही रहेगा। परीक्षा के लिए राज्य में हल्द्वानी, पंतनगर व रुड़की में केंद्र बनाए गए हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में आगरा, बरेली, गोरखपुर, कानपुर व वाराणसी में परीक्षा केंद्र होंगे। इस स्थिति में मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर आदि जिले के छात्रों के लिए आगरा व बरेली की तुलना में रुड़की ज्यादा पास होगा। साथ ही, हरिद्वार, देहरादून, पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी व चमोली के छात्रों के लिए भी रुड़की ही विकल्प बचता है। रुड़की के तहत हरिद्वार के कुछ स्कूलों में भी परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। संभावना है कि रुड़की में कुल दस स्थानों पर परीक्षा हो सकती है।
आनलाइन परीक्षा छात्रों के लिए सहज
सीबीएसई ने आनलाइन परीक्षा को छात्रों के अनुकूल बनाने की कोशिश की है। परीक्षा के तहत छात्रों को रफ कार्य के लिए अलग से पेपर दिए जाएंगे। वहीं, परीक्षा के तैयारी के लिए बोर्ड ने प्रैक्टिस पेपर्स भी वेबसाइट पर अपलोड किए हैं, ताकि छात्र तैयारी कर सकें। परीक्षा में छात्रों के लिए सरल सवालों को पहले करने और अन्य सवालों को बाद में करने की सुविधा भी है। इसकी जानकारी कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखती रहेगी ताकि छात्र इन सवालों को बाद में करना न भूलें। आकाश इंस्टीट्यूट के उप निदेशक डीके मिश्रा ने बताया कि बोर्ड ने छात्रों को परीक्षा से तनाव मुक्त रखने के तमाम प्रयास किए हैं। आने वाले वक्त में आनलाइन परीक्षा छात्रों की पहली पसंद बनेगी। उन्होंने बताया कि बोर्ड ने 15 जून से पहले परिणाम जारी करने की घोषणा की है, इससे छात्रों को समय से प्रवेश लेने में आसानी होगी। news- dainik jagran 16/4/12