लखनऊ। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के भविष्य पर निर्णय 11 अप्रैल को किया जाएगा। राज्य स्तरीय कमेटी की बैठक में निर्णय किया जाएगा कि टीईटी निरस्त की जाए या नहीं। उधर, प्रमुख सचिव गृह आरएम श्रीवास्तव ने रमाबाई नगर पुलिस द्वारा की गई जांच रिपोर्ट बेसिक शिक्षा विभाग को उपलब्ध करा दी। प्रमुख सचिव गृह ने स्वयं इसकी पुष्टि की है। अब निर्णय बेसिक शिक्षा विभाग को करना है।
टीईटी में धांधली के आरोप में तत्कालीन शिक्षा निदेशक संजय मोहन को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले की जांच रमाबाई नगर की पुलिस कर रही थी। नई सरकार आने के बाद 20 मार्च को बेसिक शिक्षा विभाग ने पूरी रिपोर्ट बनाकर मुख्यमंत्री को भेजा था। अब इसे निरस्त किया जाए या न किया जाए, इस पर निर्णय किया जाना है। सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने मंगलवार को बैठक बुलाई थी, जिसमें सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। तय किया गया कि 11 अप्रैल को टीईटी की राज्य समिति की बैठक बुला अंतिम निर्णय किया जाए। उधर, टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी गुरुवार को सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे। डीएम ने अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री से वार्ता कराने का भरोसा दिया हुआ है।
Amar Ujala (4.4.12)