- सरकार जल्द ही शुरू करेगी भर्ती प्रक्रिया
लखनऊ, जाब्यू : सूबे में जल्द ही पचीस हजार से अधिक पदों पर नियुक्तियां कर दी जाएंगी। सरकार ने इसके लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने सभी विभागों को पत्र भेजकर उनसे खाली पदों पर नियुक्ति के प्रस्ताव मांगे गए हैं। इससे साफ है कि प्रदेश सरकार द्वारा नियुक्तियों पर लगाई रोक को जल्द ही हटा लिया जाएगा। गौरतलब है कि सपा की सरकार के सत्तारूढ़ होते ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहले पहल नयी नियुक्तियों पर ही रोक लगाई थी।
प्रदेश में वर्तमान समय में लोक सेवा आयोग की परिधि के बाहर लगभग सवा लाख पद रिक्त हैं। बसपा सरकार में इन पर भर्ती की प्रक्रिया काफी धीमी रही है। सपा ने अपने पूर्व शासन में भी भर्तियों पर पर काफी ध्यान दिया था और इस बार भी वह सरकारी मशीनरी को चुस्त दुरुस्त करने के लिए खाली पदों को जल्द भरना चाहती है। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव राजीव कुमार ने विभागों को पत्र लिखकर कहा है कि वे चरणबद्ध ढंग से ही नई भर्ती के प्रस्ताव भेजें। मसलन पुलिस विभाग में 80 हजार सिपाहियों की भर्ती होनी है तो उनके लिए दस-दस हजार की भर्ती कई चरणों में की जाए। सूत्रों का कहना है कि यदि सभी विभागों में बीस प्रतिशत खाली पद भी भरे गए तो यह आंकड़ा पचीस हजार से ऊपर पहुंच जाएगा। उत्तर प्रदेश कर्मचारी संयुक्त परिषद के उपाध्यक्ष बीएल कुशवाहा कहते हैं कि भर्ती ने होने का गहरा असर शासकीय कार्यो पर पड़ा है। यदि सरकार इस विषय में सक्रियता दिखाती है तो यह स्वागत योग्य कदम है।
वर्तमान में अधिकांश विभागों में बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं। स्वास्थ्य विभाग में ही पैरामेडिकल स्टाफ के 2557, एएनएम के 2482, बेसिक हेल्थ वर्कर के 6291 पद रिक्त हैं। इसी तरह ग्राम्य विकास विभाग में 3328 पदों पर भर्तियां की जानी हैं। इस विभाग ने तो अपना प्रस्ताव भी शासन को भेज दिया है। पुलिस महकमे में सब इंस्पेक्टरों के तीन हजार पद, पंचायतीराज विभाग में ग्राम पंचायत अधिकारी के 2474 पद, राजस्व विभाग में लेखपाल के 3200 पद रिक्त हैं। खाद्य एवं रसद विभाग में 1841 पद रिक्त हैं। यहां प्रस्ताव भेजने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके अलावा समाज कल्याण विभाग में सहायक विकास अधिकारी, कनिष्ठ लिपिक, लोक निर्माण विभाग में अवर सहायक, मेट व मानचित्रकार के अलावा राजस्व विभाग में संग्रह अनुसेवक, चपरासी, चकबंदी लेखपाल के पद बड़ी संख्या में रिक्त हैं। माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा में भी बड़ी संख्या में नियुक्तियां की जानी हैं।
source-dainik jagran 17/5/12