चयन बोर्ड में फर्जी शिक्षकों की जांच ठप!
इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा फर्जी शिक्षकों की जांच खटाई में पड़ती जा रही है। स्थिति यह है कि चयन बोर्ड के अधिकारी और न ही डीआइओएस इस काम में रुचि ले रहे हैं। यही कारण है कि अभी भी कई जिलों में चयन बोर्ड द्वारा भेजे गए पैनल का सत्यापन नहीं हो सका है। अब तक की जांच में 60 फर्जी शिक्षक पकड़े जा चुके हैं। प्रदेश में कई फर्जी शिक्षकों के पकड़े जाने के बाद माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने करीब नौ माह पहले पैनल सत्यापन की जांच कराने का फैसला किया था। जांच के लिए एक चार सदस्यीय समिति गठित की गई थी। जांच समिति को 10 वर्षो में चयनित शिक्षकों के पैनल का सत्यापन करना था। पैनल सत्यापन का काम बोर्ड ने 26 सितंबर से शुरू कर दिया। इसमें सभी जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों को 10 वर्षो में भेजे गए पैनल के साथ बोर्ड दफ्तर में आना था। कहा गया कि पैनल संबंधित जिलों के जिलाविद्यालय निरीक्षक खुद लेकर आएंगे। साथ में एक वरिष्ठ कर्मचारी भी होगा। विडंबना यह है कि लाख प्रयास के बावजूद भी अभी तक आठ जिलों का पैनल सत्यापित नहीं कराया जा सका है। डीआइओएस तारीख पर तारीख दे रहे हैं और चयन बोर्ड असहाय सा हो गया है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के उप सचिव नवल किशोर ने बताया कि अभी भी आठ जिलों के पैनल का सत्यापन नहीं कराया जा सका है। source-dainik jagran 18/5/12
इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा फर्जी शिक्षकों की जांच खटाई में पड़ती जा रही है। स्थिति यह है कि चयन बोर्ड के अधिकारी और न ही डीआइओएस इस काम में रुचि ले रहे हैं। यही कारण है कि अभी भी कई जिलों में चयन बोर्ड द्वारा भेजे गए पैनल का सत्यापन नहीं हो सका है। अब तक की जांच में 60 फर्जी शिक्षक पकड़े जा चुके हैं। प्रदेश में कई फर्जी शिक्षकों के पकड़े जाने के बाद माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने करीब नौ माह पहले पैनल सत्यापन की जांच कराने का फैसला किया था। जांच के लिए एक चार सदस्यीय समिति गठित की गई थी। जांच समिति को 10 वर्षो में चयनित शिक्षकों के पैनल का सत्यापन करना था। पैनल सत्यापन का काम बोर्ड ने 26 सितंबर से शुरू कर दिया। इसमें सभी जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों को 10 वर्षो में भेजे गए पैनल के साथ बोर्ड दफ्तर में आना था। कहा गया कि पैनल संबंधित जिलों के जिलाविद्यालय निरीक्षक खुद लेकर आएंगे। साथ में एक वरिष्ठ कर्मचारी भी होगा। विडंबना यह है कि लाख प्रयास के बावजूद भी अभी तक आठ जिलों का पैनल सत्यापित नहीं कराया जा सका है। डीआइओएस तारीख पर तारीख दे रहे हैं और चयन बोर्ड असहाय सा हो गया है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के उप सचिव नवल किशोर ने बताया कि अभी भी आठ जिलों के पैनल का सत्यापन नहीं कराया जा सका है। source-dainik jagran 18/5/12