एक हजार के भत्ते को लगाने होंगे हजार चक्कर
सहारनपुर। अरे बाप रे...एक हजार रुपये के लिए भी इतना कुछ करना पड़ेगा। सबसे पहले 30 से 40 साल की आयु की प्रामाणिकता। उसके बाद कम से कम दसवीं की शैक्षिक योग्यता के दस्तावेज। दस रुपये के स्टांप समेत शपथपत्र भरने को लगाने होंगे नोटरी के चक्कर। इतने पर भी बात नहीं बनेगी। आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र के लिए तहसील कार्यालय में भटकना होगा। दस्तावेजों के साथ ही 25 रुपये के डाक टिकट लगेंगे, जबकि राष्ट्रीकृत बैंक में बचत खाता भी खुलवाना होगा। कहने को तो यह खाता जीरो बैलेंस पर खुल जाता है, मगर हकीकत क्या है, यह हर अभ्यर्थी को पता है। इस खाते को भी बैंकों के चक्कर काटने होंगे। कुल मिलाकर एक हजार रुपये की खातिर अभ्यर्थी को चक्कर पे चक्कर काटने होंगे।
लंबे समय से बेरोजगारी भत्ते के लिए लागू किए जाने वाले नियमों का इंतजार करने वाले अधिकतर अभ्यर्थी अब बेरोजगारी भत्ते की नियमावली देखकर हैरत में पड़ गए हैं। इसी तरह कई अन्य बाध्यताओं की फेहरिस्त काफी लंबी है। हो सकता है कि इस नियमावली के सामने आने के बाद दायरे में आने वाले अभ्यर्थियों में से भी कम आवेदन भत्ते को आवेदन फार्म जमा कराएं। आयु और शैक्षिक योग्यता को आधार माने, तो जनपद के लगभग 80 हजार पंजीकृत अभ्यर्थियों में से पांच हजार ही इस दायरे में आएंगे। अब यह देखना बाकी है कि इनमें से कितने अभ्यर्थी सब औपचारिकताओं को पूरा कर भत्ता पाने में कामयाब होते हैं।
।।।।।।। इनसेट के लिए ।।।।।।।
भत्ते से भी जाओगे
शपथ पत्र में बेरोजगारी की स्थिति परखने के साथ ही यह भी लिखकर लिया जाएगा कि कोई भी काम सौंपे जाने पर उसे करना होगा। नहीं किया तो बेरोजगारी भत्ते से हाथ धोना पड़ेगा। इस शर्त के साथ ही मिलेगा भत्ता। यदि शपथ पत्र में दी गई जानकारी में गड़बड़ी मिली, तो भत्ता बंद होने के साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। इसलिए भत्ते के लिए आवेदन करने से पहले सभी सावधानियां जरूर बरत लें।
सहारनपुर। अरे बाप रे...एक हजार रुपये के लिए भी इतना कुछ करना पड़ेगा। सबसे पहले 30 से 40 साल की आयु की प्रामाणिकता। उसके बाद कम से कम दसवीं की शैक्षिक योग्यता के दस्तावेज। दस रुपये के स्टांप समेत शपथपत्र भरने को लगाने होंगे नोटरी के चक्कर। इतने पर भी बात नहीं बनेगी। आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र के लिए तहसील कार्यालय में भटकना होगा। दस्तावेजों के साथ ही 25 रुपये के डाक टिकट लगेंगे, जबकि राष्ट्रीकृत बैंक में बचत खाता भी खुलवाना होगा। कहने को तो यह खाता जीरो बैलेंस पर खुल जाता है, मगर हकीकत क्या है, यह हर अभ्यर्थी को पता है। इस खाते को भी बैंकों के चक्कर काटने होंगे। कुल मिलाकर एक हजार रुपये की खातिर अभ्यर्थी को चक्कर पे चक्कर काटने होंगे।
लंबे समय से बेरोजगारी भत्ते के लिए लागू किए जाने वाले नियमों का इंतजार करने वाले अधिकतर अभ्यर्थी अब बेरोजगारी भत्ते की नियमावली देखकर हैरत में पड़ गए हैं। इसी तरह कई अन्य बाध्यताओं की फेहरिस्त काफी लंबी है। हो सकता है कि इस नियमावली के सामने आने के बाद दायरे में आने वाले अभ्यर्थियों में से भी कम आवेदन भत्ते को आवेदन फार्म जमा कराएं। आयु और शैक्षिक योग्यता को आधार माने, तो जनपद के लगभग 80 हजार पंजीकृत अभ्यर्थियों में से पांच हजार ही इस दायरे में आएंगे। अब यह देखना बाकी है कि इनमें से कितने अभ्यर्थी सब औपचारिकताओं को पूरा कर भत्ता पाने में कामयाब होते हैं।
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भत्ते से भी जाओगे
शपथ पत्र में बेरोजगारी की स्थिति परखने के साथ ही यह भी लिखकर लिया जाएगा कि कोई भी काम सौंपे जाने पर उसे करना होगा। नहीं किया तो बेरोजगारी भत्ते से हाथ धोना पड़ेगा। इस शर्त के साथ ही मिलेगा भत्ता। यदि शपथ पत्र में दी गई जानकारी में गड़बड़ी मिली, तो भत्ता बंद होने के साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। इसलिए भत्ते के लिए आवेदन करने से पहले सभी सावधानियां जरूर बरत लें।
source-amar ujala 21/5/12