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Tuesday, May 29, 2012

UPSEE-यूपीएसईई में 80 फीसद से अधिक पास

यूपीएसईई में 80 फीसद से अधिक पास

- सीटें भरने के लिए पिछली बार की अपेक्षा दो गुना अभ्यर्थी उत्तीर्ण

- राजधानी के रघुवंश राज सक्सेना टॉप पर, नोएडा की अदिति जैन लड़कियों में अव्वल

लखनऊ, 26 मई (जागरण संवाददाता) : प्रदेश के तकनीकी संस्थानों में प्रवेश के लिए हुई उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा में इस बार 80 फीसद से अधिक पास हुए हैं। छात्रों की कमी से उखड़ रहे शिक्षक संस्थाओं को संजीवनी देने का गौतम बुद्ध प्राविधिक विश्वविद्यालय प्रशासन का यह एक प्रयास है। हालांकि कुलपति प्रो.कृपाशंकर इससे इत्तेफाक नहीं रखते। उनका कहना है कि प्रश्नपत्रों की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया गया है। आइआइटी में 31 रैंक हासिल करने वाले राजधानी के रघुवंश राज सक्सेना ने एसईई में पहली रैंक हासिल की है। लड़कियों में नोएडा की अदिति जैन ने अव्वल रही हैं, सामान्य रैंक दूसरी है।

गौतम बुद्ध प्राविधिक विश्वविद्यालय और महामाया प्राविधिक विश्वविद्यालय से संबद्ध प्रदेश के तकनीकी संस्थानों में प्रवेश के लिए 22 अप्रैल को आयोजित यूपीएसईई का परिणाम रविवार को जारी कर दिया गया। बी-टेक एंड बी-टेक एग्रीकल्चर में 160561 अभ्यर्थी शामिल हुए थे, इनमें से 129924 सफल हुए। 80.71 फीसद लड़कों ने सफलता अर्जित की है, वहीं लड़कियों का पास प्रतिशत 81.80 है। बी-टेक बायोटेक में 9513 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया जबकि 7365 पास हुए। बी-फार्मा में 10663 में से 7828, बी-आर्क में 13817 में से 9582, बीएचएमसीटी में 2915 में से 1678 और बी-फैड में 2378 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया, उसमें 1315 सफल हुए हैं। पिछली बार एसईई में जहां कुल 45 फीसद अभ्यर्थी सफल हुए थे वहीं इस बार यह आंकड़ा 80 फीसद को भी पार कर गया है। इसकी संभावना भी पहले ही जताई जा रही थी। कारण साफ है कि प्रदेश में 740 इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट कॉलेज हैं। इनकी सीटें भरना बड़ी टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। एमबीए और एमसीए में 70 फीसद से अधिक सीटें काउंसिलिंग के बाद खाली रह जाती है। बी-टेक का भी यही हाल है। इस बार जीबीटीयू प्रशासन ने अधिक से अधिक छात्रों को पास करके छात्रों का टोटा खत्म करने का प्रयास किया है। इसमें गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। फिलहाल परिणाम जारी कर दिया गया है। यह जीबीटीयू और एमटीयू की वेबसाइट पर देखा जा सकता है। प्रेस क्रांफ्रेंस में जीबीटीयू के कुलपति प्रो.कृपाशंकर ने बताया कि परिणाम के साथ अभ्यर्थी कुंजी भी देख सकते हैं। यदि किसी को परिणाम से संबंधित आपत्ति है तो वह सात दिनों में रिपोर्ट कर सकता है।

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मेधावियों को मिलेगा मौका

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के निर्देशानुसार सभी तकनीकी संस्थाओं में बीटेक, बीफार्मा, बीएफएडी, बीएचएमसीटी और बीआर्क पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु स्वीकृत कुल प्रवेश क्षमता के पांच फीसद अतिरिक्त सीटों पर आर्थिक रूप से कमजोर मेरीटोरियस अभ्यर्थियों का प्रवेश लिया जाएगा। इन अभ्यर्थियों को मुफ्त शिक्षा देने का अनुमोदन भी दे दिया गया है। यह व्यवस्था जीबीटीयू और एमटीयू से संबद्ध शासन द्वारा वित्तपोषित तकनीकी संस्थाओं में लागू की जा रही है। अभ्यर्थियों के अभिभावकों की वार्षिक आय 4.50 लाख रुपये से कम होना चाहिए।
source-dainik jagran 27/5/12