यूपी बोर्ड के सिलेबस पर सीपीएमटी परीक्षा
इलाहाबाद : कंबाइंड प्री मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी-2012) की तैयारी में जुटे परीक्षार्थियों को इस बार यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम के अनुसार परीक्षा देनी होगी। सीपीएमटी-2012 परीक्षा का आयोजन छत्रपति शाहूजी चिकित्सा विश्र्वविद्यालय (सीएमएमयू) लखनऊ ने किया है। गौरतलब है कि इस बार सीपीएमटी ने अपना कोई पाठ्यक्रम नहीं घोषित किया है, लेकिन बाद में यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट के पाठ्यक्रम को सीपीएमटी का पाठ्यक्रम घोषित कर दिया। यूपी के डेंटल, एलोपैथिक, होम्योपैथिक, यूनानी और आयुर्वेदिक चिकित्सा संस्थानों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रारंभिक चिकित्सा परीक्षा तीन जून को आयोजित की जाएगी। इसके लिए फार्म के साथ मिलने वाली विवरण पुस्तिका में पाठ्यक्रम संबंधित जानकारी नहीं दी गई है। पाठ्यक्रम के बारे में सीएमएमयू की वेबसाइट पर भी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। रखें तकनीक आधारित जानकारी : विद्यार्थियों को चिकित्सा विज्ञान के तकनीक आधारित पहलुओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इंटरमीडिएट में पढ़े गए जेनेटिक इंजीनियरिंग, सेलुलर प्रजनन, बायोमालीक्यूल, रेडियो एक्टिव चिकित्सा पद्धति की जानकारी रखनी होगी। इसके अलावा बोरान के यौगिकों, बोरिक अम्ल और बोरेक्स बनाने की विधि और उनके गुण धर्म को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। पाठयक्रम में आपदा प्रबंधन और कंप्यूटर भी : पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन, कंप्यूटर, परमाणु शक्ति संयंत्रों और इनसे बिजली उत्पाद की कार्यविधि, नाभकीय रिएक्टर और भारत में परमाणु ऊर्जा की स्थिति को भी शामिल किया गया है। अब नहीं पढ़ना होगा : परीक्षार्थियों को अब जिंक क्लोराइड बनाने की विधियां और उनके गुण-उपयोग आदि के बारे में नहीं पढ़ना होगा। source-dainik jagran 18/5/12
इलाहाबाद : कंबाइंड प्री मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी-2012) की तैयारी में जुटे परीक्षार्थियों को इस बार यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम के अनुसार परीक्षा देनी होगी। सीपीएमटी-2012 परीक्षा का आयोजन छत्रपति शाहूजी चिकित्सा विश्र्वविद्यालय (सीएमएमयू) लखनऊ ने किया है। गौरतलब है कि इस बार सीपीएमटी ने अपना कोई पाठ्यक्रम नहीं घोषित किया है, लेकिन बाद में यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट के पाठ्यक्रम को सीपीएमटी का पाठ्यक्रम घोषित कर दिया। यूपी के डेंटल, एलोपैथिक, होम्योपैथिक, यूनानी और आयुर्वेदिक चिकित्सा संस्थानों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रारंभिक चिकित्सा परीक्षा तीन जून को आयोजित की जाएगी। इसके लिए फार्म के साथ मिलने वाली विवरण पुस्तिका में पाठ्यक्रम संबंधित जानकारी नहीं दी गई है। पाठ्यक्रम के बारे में सीएमएमयू की वेबसाइट पर भी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। रखें तकनीक आधारित जानकारी : विद्यार्थियों को चिकित्सा विज्ञान के तकनीक आधारित पहलुओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इंटरमीडिएट में पढ़े गए जेनेटिक इंजीनियरिंग, सेलुलर प्रजनन, बायोमालीक्यूल, रेडियो एक्टिव चिकित्सा पद्धति की जानकारी रखनी होगी। इसके अलावा बोरान के यौगिकों, बोरिक अम्ल और बोरेक्स बनाने की विधि और उनके गुण धर्म को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। पाठयक्रम में आपदा प्रबंधन और कंप्यूटर भी : पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन, कंप्यूटर, परमाणु शक्ति संयंत्रों और इनसे बिजली उत्पाद की कार्यविधि, नाभकीय रिएक्टर और भारत में परमाणु ऊर्जा की स्थिति को भी शामिल किया गया है। अब नहीं पढ़ना होगा : परीक्षार्थियों को अब जिंक क्लोराइड बनाने की विधियां और उनके गुण-उपयोग आदि के बारे में नहीं पढ़ना होगा। source-dainik jagran 18/5/12