तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण पर होगी कार्रवाई
लखनऊ : शिक्षक विधायकों ने बुधवार को विधान परिषद में तदर्थ शिक्षकों को नियमित किए जाने का प्रकरण जोर-शोर से उठाया। सभापति गणेश शंकर पांडेय ने इस मामले को जरूरी कार्रवाई के लिए सरकार को संदर्भित कर दिया।
शिक्षक विधायक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा के साथ ही सुरेश कुमार त्रिपाठी, जगवीर किशोर जैन, हेम सिंह पुंडीर, देवी दयाल शास्त्री, सुभाष चंद्र शर्मा, ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने शून्य काल में यह मामला उठाते हुए इसपर चर्चा की मांग की। राजबहादुर सिंह चंदेल और चेत नारायण सिंह का कहना था कि पिछले 17 सालों से सेवारत इन शिक्षकों को नियमित नहीं किया जा सका है। शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव 2007 में इन्हें नियमित करने वाले थे लेकिन चुनावी आचार संहिता के कारण ऐसा न कर सके। भाजपा की ओर से डा. यज्ञ दत्त शर्मा ने कहा कि सरकार 1976, 77, 85, 91 एवं 93 में नियमितीकरण कर चुकी है इसलिए ऐसा करने में कोई विधिक अड़चन नहीं है।
सरकार की ओर से मंत्री बलराम यादव ने कहा कि इस समय भी आचार संहिता का घेरा है। इस पर सत्ता पक्ष के सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सरकार सदन में ही तदर्थ शिक्षकों को नियमित किए जाने की घोषणा करे। सदन में आचार संहिता लागू नहीं होती। उन्होंने मांग की कि सरकार इतना ही आश्वासन दे दे कि किसी तदर्थ शिक्षक को निकाला नहीं जाएगा। मंत्री ने कहा, सरकार इस पर गंभीरता से विचार करेगी।
source-dainik jagran 31/5/12