सर्वशिक्षा के नाम पर ठगी
लखनऊ: सर्वशिक्षा अभियान के नाम का इस्तेमाल कर कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का अलीगंज पुलिस ने राजफाश किया। पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य वकील शिवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका भाई व अन्य साथी फरार हैं। यह लोग एक सांसद के छात्रावास में रहकर गोरखधंधा कर रहे थे। यहीं नहीं जालसाजी से पोस्ट बैग नंबर भी हासिल कर लिया था। डीआइजी आशुतोष पांडेय ने फरार आरोपियों की गिरफ्तारी पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। डीआइजी ने पुलिस दल को पांच हजार रुपये का पुरस्कार भी दिया है। निशातगंज के शिक्षा भवन स्थित सर्वशिक्षा अभियान परियोजना कार्यालय में आवेदक मनीष का आवेदन फार्म आया को अधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। जानकारी की गई तो पता चला कि कंप्यूटर सर्वशिक्षा अभियान के नाम पर किसी संस्था ने नौकरी के लिए आवेदन मांगे हैं। जालसाजों ने कंप्यूटर सर्वशिक्षा अभियान के तहत कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी के लिए जाली वेबसाइट तैयार की। 52 हजार कंप्यूटर ऑपरेटर का पद का विज्ञापन दिया। मामला जालसाजी का प्रतीत होने पर सर्वशिक्षा अभियान परियोजना कार्यालय के प्रशासनिक अधिकारी विनोद कुमार ने शुक्रवार को महानगर में अज्ञात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने जालसाजों द्वारा बनाई गई कंप्यूटर सर्वशिक्षा अभियान की वेबसाइट देखी तो पता चला कि जिस पोस्ट बैग संख्या-1 पर फार्म मंगाए जा रहे हैं, वह अलीगंज डाकघर से जारी किया गया है। इसी के बाद अलीगंज पुलिस ने छानबीन तेज कर दी। पड़ताल में सामने आया कि पोस्ट बैग संख्या-1 आजमगढ़ के सीताराम गौरी शंकर घाट निवासी संतोष जायसवाल के नाम से है। पोस्ट बैग संख्या अलीगंज सेक्टर डी-मकान नंबर एमएस 133, कंप्यूटर सर्वशिक्षा अभियान चेंबर नंबर-8 के पते पर लिया गया था। पुलिस ने उक्त कार्यालय में छानबीन की और पुरनिया सेक्टर-डी स्थित अवध बोर्डिग हॉस्टल से वकील शिवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया। शिवेंद्र हाईकोर्ट का वकील है व बलरामपुर जिले के महराजगंज स्थित तुलसीपुर थाने के सुदर्शनजोत का रहने वाला है। अवध बोर्डिग हॉस्टल एक सांसद का है। शिवेंद्र ने बताया कि वह भाई सिद्धार्थ सिंह व उसके साथी संतोष के साथ यह काम कर रहा था।
लखनऊ: सर्वशिक्षा अभियान के नाम का इस्तेमाल कर कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का अलीगंज पुलिस ने राजफाश किया। पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य वकील शिवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका भाई व अन्य साथी फरार हैं। यह लोग एक सांसद के छात्रावास में रहकर गोरखधंधा कर रहे थे। यहीं नहीं जालसाजी से पोस्ट बैग नंबर भी हासिल कर लिया था। डीआइजी आशुतोष पांडेय ने फरार आरोपियों की गिरफ्तारी पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। डीआइजी ने पुलिस दल को पांच हजार रुपये का पुरस्कार भी दिया है। निशातगंज के शिक्षा भवन स्थित सर्वशिक्षा अभियान परियोजना कार्यालय में आवेदक मनीष का आवेदन फार्म आया को अधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। जानकारी की गई तो पता चला कि कंप्यूटर सर्वशिक्षा अभियान के नाम पर किसी संस्था ने नौकरी के लिए आवेदन मांगे हैं। जालसाजों ने कंप्यूटर सर्वशिक्षा अभियान के तहत कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी के लिए जाली वेबसाइट तैयार की। 52 हजार कंप्यूटर ऑपरेटर का पद का विज्ञापन दिया। मामला जालसाजी का प्रतीत होने पर सर्वशिक्षा अभियान परियोजना कार्यालय के प्रशासनिक अधिकारी विनोद कुमार ने शुक्रवार को महानगर में अज्ञात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने जालसाजों द्वारा बनाई गई कंप्यूटर सर्वशिक्षा अभियान की वेबसाइट देखी तो पता चला कि जिस पोस्ट बैग संख्या-1 पर फार्म मंगाए जा रहे हैं, वह अलीगंज डाकघर से जारी किया गया है। इसी के बाद अलीगंज पुलिस ने छानबीन तेज कर दी। पड़ताल में सामने आया कि पोस्ट बैग संख्या-1 आजमगढ़ के सीताराम गौरी शंकर घाट निवासी संतोष जायसवाल के नाम से है। पोस्ट बैग संख्या अलीगंज सेक्टर डी-मकान नंबर एमएस 133, कंप्यूटर सर्वशिक्षा अभियान चेंबर नंबर-8 के पते पर लिया गया था। पुलिस ने उक्त कार्यालय में छानबीन की और पुरनिया सेक्टर-डी स्थित अवध बोर्डिग हॉस्टल से वकील शिवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया। शिवेंद्र हाईकोर्ट का वकील है व बलरामपुर जिले के महराजगंज स्थित तुलसीपुर थाने के सुदर्शनजोत का रहने वाला है। अवध बोर्डिग हॉस्टल एक सांसद का है। शिवेंद्र ने बताया कि वह भाई सिद्धार्थ सिंह व उसके साथी संतोष के साथ यह काम कर रहा था।
news-dainik jagran 6/5/12