73 केंद्रों पर पचास हजार परीक्षार्थी
लखनऊ: रेलवे की ग्रुप डी परीक्षा के लिए रविवार को पचास हजार अभ्यर्थी लखनऊ पहुंचे। दो पालियों में 38 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने कड़ी सुरक्षा के बीच परीक्षा दी। एक जगह केंद्र बदले जाने पर अभ्यर्थियों ने नाराजगी भी जताई। उधर परीक्षा बाद अभ्यर्थियों ने गोरखपुर इंटरसिटी सहित कई ट्रेनों की आरक्षित बोगियों पर कब्जा भी जमाया। रेलवे भर्ती सेल गोरखपुर की वर्ष 2010 की ग्रुप डी की लिखित परीक्षा के लिए 1.24 लाख अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र भेजा गया था। ग्रुप डी के खलासी, ट्रैकमैन, हम्माल, ट्रॉलीमैन और सफाईवाला के पदों की लिखित परीक्षा के लिए लखनऊ में 73 केंद्र बनाए गए। प्रथम पाली में सुबह 9:30 से पूर्वाह्न 11:30 बजे तक करीब 28 हजार और दूसरी पाली में दोपहर 2:30 से शाम 4:30 बजे तक लगभग बीस 22 हजार आवेदकों ने परीक्षाएं दी
। शहीद स्मारक के सामने इंजीनियर भवन का केंद्र बदलकर कैंपवेल रोड कर दिया गया। इससे नाराज अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर दिया। हालांकि डीआरएम विनोद कुमार यादव का कहना है कि केंद्र बदलने की सूचना अभ्यर्थियों को पत्र से पहले ही भेज दी गई थी। डीआरएम कार्यालय के शिविर में भी इसकी जानकारी लगातार प्रसारित की गई थी। परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों ने कई ट्रेनों की आरक्षित बोगियों पर कब्जा कर लिया। अभ्यर्थियों ने वरुणा एक्सप्रेस, गंगा गोमती एक्सप्रेस, आगरा, मेरठ, झांसी व गोरखपुर इंटरसिटी के अलावा उत्सर्ग एक्सप्रेस, बरौनी एक्सप्रेस, जनता व दून एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों की आरक्षित बोगियों की सीटें कब्जा कर लीं। इस कारण आरक्षण कराने वाले यात्रियों को खासी असुविधा का सामना करना पड़ा। कंट्रोलरूम से निगरानी : केंद्रों की सुरक्षा के साथ बिना गड़बड़ी के परीक्षा आयोजित कराने के लिए डीआरएम विनोद कुमार यादव कंट्रोल रूम की निगरानी करते रहे। यहां वह हर पल 112 अधिकारियों और 2500 पर्यवेक्षकों से केंद्रों की स्थिति का जायजा लेते रहे। source-dainik jagran news papar 7/5/12
लखनऊ: रेलवे की ग्रुप डी परीक्षा के लिए रविवार को पचास हजार अभ्यर्थी लखनऊ पहुंचे। दो पालियों में 38 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने कड़ी सुरक्षा के बीच परीक्षा दी। एक जगह केंद्र बदले जाने पर अभ्यर्थियों ने नाराजगी भी जताई। उधर परीक्षा बाद अभ्यर्थियों ने गोरखपुर इंटरसिटी सहित कई ट्रेनों की आरक्षित बोगियों पर कब्जा भी जमाया। रेलवे भर्ती सेल गोरखपुर की वर्ष 2010 की ग्रुप डी की लिखित परीक्षा के लिए 1.24 लाख अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र भेजा गया था। ग्रुप डी के खलासी, ट्रैकमैन, हम्माल, ट्रॉलीमैन और सफाईवाला के पदों की लिखित परीक्षा के लिए लखनऊ में 73 केंद्र बनाए गए। प्रथम पाली में सुबह 9:30 से पूर्वाह्न 11:30 बजे तक करीब 28 हजार और दूसरी पाली में दोपहर 2:30 से शाम 4:30 बजे तक लगभग बीस 22 हजार आवेदकों ने परीक्षाएं दी
। शहीद स्मारक के सामने इंजीनियर भवन का केंद्र बदलकर कैंपवेल रोड कर दिया गया। इससे नाराज अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर दिया। हालांकि डीआरएम विनोद कुमार यादव का कहना है कि केंद्र बदलने की सूचना अभ्यर्थियों को पत्र से पहले ही भेज दी गई थी। डीआरएम कार्यालय के शिविर में भी इसकी जानकारी लगातार प्रसारित की गई थी। परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों ने कई ट्रेनों की आरक्षित बोगियों पर कब्जा कर लिया। अभ्यर्थियों ने वरुणा एक्सप्रेस, गंगा गोमती एक्सप्रेस, आगरा, मेरठ, झांसी व गोरखपुर इंटरसिटी के अलावा उत्सर्ग एक्सप्रेस, बरौनी एक्सप्रेस, जनता व दून एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों की आरक्षित बोगियों की सीटें कब्जा कर लीं। इस कारण आरक्षण कराने वाले यात्रियों को खासी असुविधा का सामना करना पड़ा। कंट्रोलरूम से निगरानी : केंद्रों की सुरक्षा के साथ बिना गड़बड़ी के परीक्षा आयोजित कराने के लिए डीआरएम विनोद कुमार यादव कंट्रोल रूम की निगरानी करते रहे। यहां वह हर पल 112 अधिकारियों और 2500 पर्यवेक्षकों से केंद्रों की स्थिति का जायजा लेते रहे। source-dainik jagran news papar 7/5/12