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Tuesday, May 15, 2012

शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी)- शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया तीन से चार माह में शुरू की जाएगी।

पटना, जागरण ब्यूरो : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का परिणाम सोमवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की वेबसाइट पर जारी कर दिया गया। दो ग्रुप में हुई इस परीक्षा में शामिल 26,80,337 अभ्यर्थियों में से मात्र 1,47,984 ही पास हुए हैं। पास होने वालों का प्रतिशत 5.52 है। अभ्यर्थी अपने परिणाम को डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट बिहारबोर्ड डॉट नेट पर देख सकेंगे। शिक्षा मंत्री पीके शाही द्वारा जारी किये गये परिणाम के मुताबिक पहली से पांचवीं कक्षा के लिए हुई ग्रुप-ए की परीक्षा में शामिल 21.62 लाख में से मात्र 2.81 प्रतिशत सफल हुए हैं। छठी से आठवीं कक्षा की ग्रुप-बी की परीक्षा में 5.17 लाख परीक्षार्थियों में से 16.86 प्रतिशत ने पास किया है। शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया तीन से चार माह में शुरू की जाएगी।
शिक्षा विभाग रिक्तियों की नए सिरे से गणना कर रहा है। श्री शाही ने कहा कि पहली से पांचवीं कक्षा के लिए हुई परीक्षा में 25,30,979 अभ्यर्थी थे, जिनमें से 21,62,929 परीक्षा में शामिल हुए। इनमें 13,20,730 पुरुष और 8,42,199 महिलाएं शामिल थीं। 47,469 पुरुष और 13,261 महिला अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। पास करने वालों में 3.59 प्रतिशत पुरुष एवं 1.57 प्रतिशत महिलाएं हैं। सफलता का कुल प्रतिशत 2.81 है। इसी प्रकार ग्रुप-बी में कुल 6,57,719 अभ्यर्थियों में से 5,17,408 ने परीक्षा दी। इनमें 3,51,355 पुरुष एवं 1,66,053 महिला अभ्यर्थी शामिल थीं। 63,180 पुरुष एवं 24074 महिला, यानी कुल 87,254 अभ्यर्थी पास हुए। प्रतिशत में देखा जाए तो 17.98 फीसद पुरुष और 14.49 फीसद महिलाओं ने टीईटी पास किया है। औसत 16.86 प्रतिशत का है। वैसे दोनों परीक्षाओं को मिलाकर देखा जाए तो 16,72,085 पुरुष और 10,08,252 महिला अभ्यर्थी शामिल हुए थे। मंत्री ने बताया कि ग्रुप-ए के करीब 4,000 परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिका नहीं मिल रहीं है। इनकी जून में परीक्षा ली जाएगी। समय पर एडमिट कार्ड नहीं मिलने के कारण टीईटी में शामिल नहीं हो सके 5.80 लाख अभ्यर्थियों के लिए आयोजित विशेष शिक्षक पात्रता परीक्षा(एसटीईटी) के नतीजे भी एक सप्ताह के अंदर घोषित कर दिए जाएंगे। एसटीईटी का 1.08 लाख परीक्षार्थियों ने ल्ल ग्रुप-बी में 17 पास बहिष्कार किया था, या किसी अन्य कारण से इसमें शामिल नहीं हो सके थे। इन्हें फिर से मौका दिया जाएगा। इनके लिए भी जून में परीक्षा आयोजित की जाएगी। नियुक्ति के संबंध में मंत्री श्री शाही ने कहा कि जिलों से रिक्तियों एवं अन्य औपचारिकताओं के संबंध में जानकारी मांगी गई है। इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है। यह जानकारी इकट्ठा हो जाने पर रोस्टर क्लीयरेंस की कार्रवाई होगी। तीन-चार माह के अंदर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। नियुक्ति प्रक्रिया को जल्द संपादित करा लेने का भी प्रयास होगा। उपलब्ध संसाधनों को देखकर ही ये रिक्तियां भरी जाएंगी। नियुक्ति एवं संसाधन में हमें संतुलन बनाए रखना होगा। ग्रुप-ए एवं ग्रुप-बी, दोनों ही श्रेणी में पिछड़ा वर्ग के पुरुष अभ्यर्थियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। क्रमश: 4.90 एवं 20.61 का प्रतिशत सफलता दर्ज की है, जबकि सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थी ग्रुप-ए में 3.10 प्रतिशत तथा ग्रुप-बी में 17.38 फीसद का आंकड़ा छू सके हैं। आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के 1739 पुरुष अभ्यर्थी ग्रुप ए तथा 303 पुरुष अभ्यर्थी ग्रुप बी की परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से एक को भी सफलता नहीं मिली। इस श्रेणी में महिला अभ्यर्थियों ने क्रमश: 2.19 एवं 16.85 प्रतिशत सफलता दर्ज की है। परीक्षाफल घोषित किए जाने के अवसर पर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष राजमणि प्रसाद, राज्य शिक्षा शोध एवं परीक्षण परिषद(एससीईआरटी) के निदेशक हसन वारिस और शिक्षा विभाग के प्रवक्ता आरएस सिंह भी उपस्थित थे। परीक्षा समिति एवं एससीईआरटी ने संयुक्त रूप से आयोजित की थी। राज्य में इस समय शिक्षकों के करीब दो लाख पद रिक्त रहने की संभावना जताई जा रही है। source-daink jagran 15/5/12